भारतीय सैनिक हिंदी निबंध Indian Soldier Essay in Hindi

Indian Soldier Essay in Hindi: प्रत्येक राष्ट्र के लिए उसकी स्वतंत्रता का सर्वाधिक महत्त्व होता है। इस स्वतंत्रता की रक्षा के लिए देश की सेना को हमेशा सज्ज रहना पड़ता है। इस दृष्टि से हमारे देश में विशाल सेना है, जिसके तीन विभाग हैं-स्थलसेना, जलसेना और वायुसेना।

भारतीय सैनिक हिंदी निबंध - Indian Soldier Essay in Hindi

भारतीय सैनिक हिंदी निबंध Indian Soldier Essay in Hindi

भारतीय सैनिक

हमारी सेना का प्रत्येक सैनिक ‘ भारतीय सैनिक ‘ अथवा ‘जवान’ कहलाता है । उसके लिए जाति-पाँति के भेदों का कोई महत्त्व नहीं होता। धार्मिक संकीर्णता तो उसमें नाममात्र को भी नहीं रहती । वह प्रांतीयता की संकुचित भावना से कोसों दूर है । वह तो इतना ही जानता है कि भारतमाता की रक्षा करना उसका पवित्र कर्तव्य है|

विशेषताएँ

भारतीय सैनिक को लंबे अरसे तक कठोर तालीम लेनी पड़ती है। केवल वेतन को ही वह महत्त्व नहीं देता। भारत का प्रत्येक सैनिक अपनी जन्मभूमि को स्वर्ग से भी श्रेष्ठ और प्राणों से भी प्रिय समझता है । वहीं उसकी सच्ची माता है। उसके सम्मान और गौरव की रक्षा के लिए वह प्राणों की बाजी लगा सकता है। प्रत्येक भारतीय सैनिक में देशप्रेम कूटकूटकर भरा हुआ है। वीरता को तो वह साक्षात मूर्ति ही है। साहस और त्याग उसके खून में हैं। अपने देश की सेवा के लिए वह घरबार, सगे-संबंधियों से दूर हो जाता है। सचमुच, हमारे सैनिक के रहते हुए दुश्मन इस देश की ओर आँख उठाकर देखने की हिंमत तक नहीं कर सकता । सच तो यह है कि भारतीय सैनिक अपने उत्तम गुणों से सारी दुनिया में प्रसिद्ध है।

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उत्तमता का उदाहरण

सन १९६२ में, हिमालय की बर्फीली घाटियों में पर्याप्त साधनों के न होते भी मुट्ठीभर भारतीय सैनिकों ने चीन की खूखार सेना का सामना जिस तरह किया था, सो कहते नहीं बनता। हमारे जवानों ने हर बार पाकिस्तानी आक्रमणों का सामना अद्भुत और अनुपम वीरता से किया है। पाकिस्तान की अमरीकी पैटन टैंकों को बैलगाड़ियों की तरह नष्ट करके उन्होंने टैंकों का एक बहुत बड़ा ‘ कब्रस्तान’ ही खड़ा कर दिया था और लड़ाकू सेबरजैटों की तो धज्जियाँ उड़ा दी थीं। उन्होंने बड़ी वीरतापूर्वक पाकिस्तानी जुल्म और सितम से बंगला देश को आजादी दिलाई थी। यही नहीं, उनके आगे करीब एक लाख पाकिस्तानी सैनिकों को शरणागति स्वीकार करनी पड़ी थी। इस पर दुनियाभर के बड़े-बड़े राष्ट्र भी भारतीय सैनिकों की शक्ति और कुशलता को देखकर आश्चर्यचकित हो गए, विश्व के सभी देश भारत को एक ‘बडी ताकत’ मानने लगे।

उपसंहार

सचमुच, हमारे जवान हमारी शान हैं। हमारे देश को हमारे जवानों और हमारे किसानों पर गर्व है। इसलिए तो हमारे स्व. प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान, जय किसान’ कहकर उनका सम्मान किया था।

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